अगर आप एक नया कंप्यूटर लेने का प्लान कर रहे हैं। और आपको एचडीडी यानी हार्ड डिस्क ड्राइव और एसएसडी यानि की सॉलिड स्टेट ड्राइव में कन्फ्यूजन हो रहा है तो आप को जारी पोस्ट को जरूर पढ़िए। मैं आपको बताऊंगा कि एसएसडी क्या है?, एचडीडी क्या है? और HDD Vs SSD में कौन बेस्ट है। आपने देखा होगा कि एप्पल के लैपटॉप डेस्कटॉप में एसएसडी लगी है। और दूसरे के लैपटॉप/डेस्कटॉप में हार्ड डिस्क लगा होता है। आपने एक चीज जरूर नोटिस किया होगा कि एसएसडी की स्टोरेज स्पेस एचडीडी (हार्ड ड्राइव) की तुलना में बहुत कम होती है।
एप्पल लैपटॉप मेआपको मुश्किल से 256GB की स्टोरेज स्पेस मिलेगी। और अगर आप इसी रेंज में किसी और कंपनी का लैपटॉप खरीदते हैं तो आपको काम से कम 1TB या 2TB यानी 1000GB से 2000GB तक का स्टोरेज स्पेस मिलता है। शायद इसी भंडारण क्षमता के वजह से बहुत से लोग एसएसडी को पसंद नहीं करते हैं। लेकिन मैं आपको इस पोस्ट में सब क्लियर कर दूंगा। हार्ड डिस्क ड्राइव (Hard Disk Drive या HDD) और सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive या SSD) दोनों ही स्टोरेज डिवाइस हैं जो कंप्यूटर में डाटा को स्टोर करते हैं। हालांकि, ये दोनों ड्राइव्स बहुत अलग-अलग होते हैं और दोनों के बीच अंतर है।
1. तकनीकी अंतर
HDD एक मैकेनिकल डिवाइस है जो एक गोले डिस्क पर मैगनेटिक रीकॉर्डिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है। डिस्क के सतह पर एक चाकू जैसी हेड होती है जो डिस्क पर घुमती है और डेटा को पढ़ती है या लिखती है। इसके बाद डेटा को मेमोरी में स्टोर किया जाता है।
वहीं, SSD एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जो फ्लैश मेमोरी का उपयोग करता है। SSD में कोई गतिशील भाग नहीं होता है, जिससे वह ज्यादा टाइम तक चलता है और वह ज्यादा फ़ास्ट डेटा स्टोर कर सकता है।
2. क्षमता और साइज
HDD बड़ी क्षमता वाले होते हैं, उनमें 500GB से लेकर 10TB तक की क्षमता होती है। अगर आपको ज्यादा स्टोरेज स्पेस की जरूरत नहीं है लेकिन आप तेज प्रदर्शन की तलाश में हैं तो SSD एक अच्छा विकल्प हो सकता है। SSD तेज प्रदर्शन के साथ कम स्टोरेज स्पेस प्रदान करते हैं जो कि कुछ उपयोगकर्ताओं के लिए काफी होता है। अगर आपको ज्यादा स्टोरेज स्पेस की आवश्यकता है तो HDD एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यदि आप बड़ी फाइलें स्टोर करना चाहते हैं जैसे कि वीडियो, फोटो या गेम्स तो आपको ज्यादा स्टोरेज स्पेस की आवश्यकता होगी।
इसलिए, आपको अपनी आवश्यकताओं और बजट के आधार पर अपने कंप्यूटर के लिए एक उपयुक्त स्टोरेज डिवाइस का चयन करना चाहिए। एक अन्य अंतर है कि SSD लागू करते समय अधिक खर्च करते हैं, जबकि HDD अधिक सस्ते होते हैं। इसलिए, आपके बजट पर भी इसका असर हो सकता है। एक और महत्वपूर्ण अंतर है कि SSD का उपयोग बैटरी बैकअप के लिए अधिक उपयुक्त होता है, जबकि HDD का उपयोग कम बैटरी बैकअप टाइम के कारण कम उपयुक्त हो सकता है।
इसके अलावा, SSD में फाइलों को खोजने के लिए ज्यादा समय नहीं लगता है जबकि HDD में फाइलों को खोजने में थोड़ा समय लग सकता है। अंततः, आपका स्टोरेज डिवाइस का चयन आपकी आवश्यकताओं, बजट और उपयोग के आधार पर निर्भर करता है। SSD तेज प्रदर्शन के साथ कम स्टोरेज स्पेस प्रदान करते हैं जबकि HDD ज्यादा स्टोरेज स्पेस के साथ थोड़े सस्ते होते हैं।
एक और महत्वपूर्ण अंतर है कि SSD नयी होते हैं जबकि HDD पुराने भी उपयोग में आ सकते हैं। SSD एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होते हैं जो कि कुछ समय बाद घातक हो जाते हैं। इसलिए, SSD के जीवनकाल कम होता है जबकि HDD अधिक जीवनकाल दे सकते हैं। इसके अलावा, SSD फाइलों को पढ़ने और लिखने में HDD से अधिक बढ़िया होते हैं, जो आपको अधिक तेज प्रदर्शन प्रदान करता है। इसलिए, SSD में ऑपरेटिंग सिस्टम और अन्य सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने से सिस्टम की रफ़्तार बढ़ती है। अंततः, आपके लिए कौन सा डिवाइस सही है उसका निर्णय आपकी आवश्यकताओं और बजट पर निर्भर करता है। SSD तेज प्रदर्शन और अधिक स्पेस नहीं प्रदान करते हैं जबकि HDD अधिक स्पेस प्रदान करते हैं लेकिन उसमें थोड़ी कम तेजी होती है।
Hard Disk Drive क्या है?
Hard Disk Drive (HDD) एक स्टोरेज डिवाइस होता है जो कंप्यूटर में डेटा को स्टोर करने का काम करता है। यह एक मैकेनिकल डिवाइस होता है जो एक रोटेटिंग डिस्क से बना होता है। डिस्क में एक मैगनेटिक कोटिंग होती है जो डेटा को स्टोर करती है। HDD में डेटा को लिखने और पढ़ने के लिए एक एर्म और हेड होते हैं जो डिस्क के सतह से उपर और नीचे घूमते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान, हेड डिस्क की सतह से बहुत नजदीक आते हुए डेटा को पढ़ते और लिखते हैं। HDD एक सस्ता और अधिक स्टोरेज स्पेस प्रदान करने वाला स्टोरेज डिवाइस होता है जो कंप्यूटर उपयोगकर्ताओं के बीच पसंद किया जाता है। HDD में बड़ी स्टोरेज कैपेसिटी के साथ साथ बहुत सारे डेटा को संग्रहित करने की क्षमता होती है।
Hard Disk Drive के लाभ
Hard Disk Drive (HDD) के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं:
- स्टोरेज कैपेसिटी: HDD एक बड़ी स्टोरेज कैपेसिटी प्रदान करता है जो अन्य स्टोरेज डिवाइसों की तुलना में काफी अधिक होती है। इसलिए, HDD को बड़े फाइलों और मल्टीमीडिया फाइलों को स्टोर करने के लिए अधिक उपयुक्त माना जाता है।
- कॉस्ट: HDD अन्य स्टोरेज डिवाइसों की तुलना में सस्ता होता है और उपयोगकर्ताओं के लिए आर्थिक रूप से अधिक उपलब्ध होता है।
- डेटा रिकवरी: HDD में डेटा को बहुत अधिक संभावना से रिकवर किया जा सकता है। इसका मतलब है कि, अगर कोई फ़ाइल या डेटा गुम हो जाता है तो इसे वापस प्राप्त करने की संभावना होती है।
- लंबी उम्र: HDD के बढ़ते आयु और उपयोग में उसकी स्पीड नहीं घटती है। इसलिए, इसे लंबी अवधि तक उपयोग किया जा सकता है।
HDD के नुकसान
दोस्तो अगर हम बात करें इसके नुकसान की तो इसमें कुछ नुकसान भी हैं।
- शॉर्ट लाइफ: किसी भी एचडीडी की नॉर्मल लाइफ 5-6 साल तक होती है। हां इसे कम टाइम में ही तत्काल भी हो सकती है।
- डैमेज होने का चांस ज्यादा: अगर बाय चांस आपका लैपटॉप हाथ से गिर जाता है तो HDD का डैमेज होने का चांस ज्यादा रहता है।
- कम गति (एसएसडी बनाम एचडीडी गति) : जो तीसरी कमी है वो है स्पीड का। आपको स्पीड इसलिए कम मिलती है क्योंकि यह मैकेनिकल डिवाइस है जैसा कि मैंने फले ही बताया है।
- बिजली खपत: जैसा कि यह एक यांत्रिक उपकरण होता है। इसमें मूविंग पार्ट्स लगे होते हैं। तो इसी वजह से इसका बिजली की खपत ज्यादा होता है।
Solid State Drive क्या है?
Solid State Drive (SSD) एक स्टोरेज डिवाइस होता है जो कंप्यूटर में डेटा को स्टोर करने का काम करता है। SSD एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जो बिना किसी मैकेनिकल डिस्क के काम करता है। इसमें एक फ्लैश मेमोरी चिप होता है जो डेटा को स्टोर करता है। SSD में डेटा को लिखने और पढ़ने के लिए कोई आर्म और हेड नहीं होते हैं। इसके बजाय, डेटा को फ्लैश मेमोरी चिप से पढ़ा जाता है। यह प्रक्रिया अधिक तेज होती है और कंप्यूटर को अधिक तेज और स्मूथ बनाती है।
SSD एक तेज, सुरक्षित और धीमे HDD से अधिक आकर्षक होने के कारण, विभिन्न उपयोगकर्ताओं के बीच लोकप्रिय हो गया है। SSD में बहुत कम समय में डेटा को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की क्षमता होती है जो कंप्यूटर को बहुत तेज बनाती है।
SSD के कुछ महत्वपूर्ण फायदे
SSD के कुछ महत्वपूर्ण फायदे निम्नलिखित हैं:
- त्वरित रफ़्तार: SSD अन्य स्टोरेज डिवाइसों की तुलना में अधिक त्वरित रफ़्तार प्रदान करता है। इसलिए, ऑपरेटिंग सिस्टम बूट करने, एप्लिकेशन लोड करने और फाइल ट्रांसफर करने जैसी कार्यों को बड़ी स्पीड से पूरा करता है।
- उच्च ट्रांसफर दर: SSD अधिक ट्रांसफर दर प्रदान करता है जो इसे बेहतर बनाता है। इससे इसे बड़ी फाइलों, वीडियो और फोटो फाइलों को तेजी से स्टोर करने और उन्हें ट्रांसफर करने में मदद मिलती है।
- शानदार एक्सेस टाइम: SSD में जोड़ी गई डेटा को जल्दी एक्सेस किया जा सकता है, जिससे ऑपरेटिंग सिस्टम की प्रदर्शन को बेहतर बनाया जा सकता है।
- कम वजन और आकार: SSD लाइटवेट और कम साइज के होते हैं। इसलिए, ये अन्य स्टोरेज डिवाइसों की तुलना में आसानी से पोर्टेबल होते हैं।
SSD के नुकसान
SSD के कुछ महत्वपूर्ण नुकसान निम्नलिखित हैं:
- कीमत: SSD की कीमत अधिक होती है हालांकि अब यह मुल्य समान होने लगा है, लेकिन अन्य स्टोरेज डिवाइसों की तुलना में इसकी कीमत अधिक होती है।
- फिनिशिंग और अधिकांश का आकार: SSD के आकार और फिनिशिंग अन्य स्टोरेज डिवाइसों की तुलना में कम मजबूत होते हैं। इसलिए, इन्हें ठीक से संभालना और रख-रखाव करना आवश्यक होता है।
- नई तकनीकों के अभाव: कुछ नए लैपटॉप या कंप्यूटर मॉडल में एक्सपेंशन स्लॉट की अनुपस्थिति के कारण एसएसडी का उपयोग नहीं किया जा सकता है।
- लाइफ स्पैन: SSD के बारे में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि यह उन बेचेन खातरों में से एक है जिनमें लाइफ स्पैन एक महत्वपूर्ण समस्या होती है। एक एसएसडी की जिंदगी अधिक कम होती है जब तक कि उसमें तकनीकी बदलाव नहीं होता है जो उसकी बढ़ती उम्र को ठंडा कर सकता है।
निष्कर्ष
दोस्तो जैसा की एसएसडी और एचडीडी में तुलना करने के बाद हम अगर फायदे देखें तो एसएसडी ज्यादा बढ़ा है। क्योंकि हमें लैपटॉप पर सिर्फ फिल्म का गाना तो प्ले नहीं करना है। अगर बढ़िया परफॉर्मेंस और लॉन्ग लाइफ चाहिए तो एसएसडी वाले सिस्टम लेना ज्यादा सही रहेगा। आप सोच रहे होंगे कि एसएसडी की स्टोरेज क्षमता इतनी कम है फिर भी यह अच्छा कैसे है। अगर आप 256GB की SSD लेते हैं तो आप एक एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव भी ले सकते हैं।
तो आप सिर्फ सॉफ्टवेयर्स को ही मैं ड्राइव में इंस्टॉल करूं। और बाकी के डेटा, फिल्में, गाने को एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव में रखिए और जब भी जरूरत हो आप उसे कनेक्ट कर लीजिए। इससे आपके लैपटॉप का परफॉर्मेंस और भी बेहतर हो जाएगा। अगर आपके पास बजट की कमी है तो आप एचडीडी वाले ही लैपटॉप लीजिए। और कोशिश यह किजिये की बढिया आरपीएम वाली ही एचडीडी लीजिए। उम्मीद है दोस्तों आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा। इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और अगर आपको कोई सुझाव या कुछ पूछें तो आप कमेंट करके बता सकते हैं।