क्या आपको पता है कि आप लोग जो इंटरनेट यूज करते हैं, खा से आता है? इंटरनेट का प्रदाता कौन है? इसका मालिक कौन है? दोस्तो! आप लोगों के मन में ये सवाल जरूर होगा कि आप एयरटेल, वोडाफोन, बीएसएनएल या किसी भी आईएसपी (इंटरनेट सेवा प्रदाता) को आप अगर इंटरनेट के लिए कुछ पैसे देते हैं।
इंटरनेट एक विश्वव्यापी नेटवर्क है जिसका उपयोग अलग अलग क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे कि व्यापार, शिक्षा, संचार, मनोरंजन, समाचार और खरीदारी आदि। यह एक संचार और संचार तकनीक है जो वेबसाइट, ईमेल, सोशल मीडिया, चैट, ऑनलाइन खरीदारी और अन्य ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से जुड़े हुए है। इस आर्टिकल में हम इंटरनेट से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों पर चर्चा करेंगे।
इंटरनेट के नाम का मतलब: इंटरनेट शब्द का अर्थ होता है “अंतराजाल”। यह नेटवर्क एक समूह के रूप में काम करता है। इंटरनेट एक विशाल नेटवर्क है जो हमारी दुनिया के सारे कोनों को आपस में जोड़ता है। इंटरनेट के संस्थापकों ने एक ऐसा नेटवर्क बनाया है जो विभिन्न संसाधनों और सेवाओं को जोड़ता है और सभी इस नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं। इंटरनेट का निर्माण दुनिया भर में कई लोगों की मेहनत और योगदानों का परिणाम है।
इंटरनेट कैसे काम करता है?
इंटरनेट एक विशाल नेटवर्क है जो विभिन्न कंप्यूटरों, सर्वरों और डिवाइसों को एक दूसरे से जोड़ता है जो दुनिया भर में फैले हुए हैं। यह अनेक प्रोटोकॉल, संचार माध्यम और इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करके काम करता है। इंटरनेट का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में विभिन्न संसाधनों, सूचनाओं, डेटा और सेवाओं को उपलब्ध करवाना होता है।
इंटरनेट का काम टेक्नोलॉजी द्वारा होता है जो कि ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल / इंटरनेट प्रोटोकॉल (TCP/IP) नाम के सेट के द्वारा संभव होता है। जब आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं, तो आपका कंप्यूटर एक अनुरोध भेजता है, जिसे हम HTTP (हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल) नाम से जानते हैं। इस अनुरोध को आपके कंप्यूटर और सर्वर के बीच भेजा जाता है। सर्वर उस अनुरोध का जवाब देता है और इसे आपके कंप्यूटर तक भेजा जाता है।
इंटरनेट के विभिन्न उपकरणों के बीच संचार के लिए, संचार माध्यम के रूप में वायरलेस और वायर्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। इंटरनेट से संचार करने के लिए कंप्यूटरों या अन्य उपकरणों में इंटरनेट प्रोटोकॉल सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है। यह सॉफ्टवेयर इंटरनेट प्रोटोकॉल सॉफ्टवेयर (जैसे HTTP, FTP, SMTP, POP3, इत्यादि) का उपयोग करता है, जो अनुरोध और जवाब के रूप में डेटा को संचालित करते हैं।
इंटरनेट के सभी उपकरणों के बीच संचार के लिए एक अन्य प्रमुख संचार प्रोटोकॉल है डोमेन नाम सिस्टम (DNS)। DNS नेटवर्क के हर स्थान पर उपलब्ध होता है, और इसका उपयोग वेबसाइटों और अन्य इंटरनेट सेवाओं को ढूंढने के लिए किया जाता है। DNS के जरिए, उपयोगकर्ता एक वेबसाइट के नाम (URL) का उपयोग करके अपने ब्राउज़र में एक वेबसाइट खोल सकते हैं।
इंटरनेट आपके पास कैसे पहुंचता है?
जब आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं, आपका कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस एक इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP) से जुड़ा होता है। इस्प आपको इंटरनेट एक्सेस प्रदान करने के लिए काबल डिफ़्टी लाइन, डीएसएल, डायल-अप, एफटीटीएस, सेलुलर नेटवर्क या सेटेलाइट नेटवर्क के माध्यम से हो सकता है।
जब आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं, आपके द्वारा अनुरोधित डेटा आपके डिवाइस से आपके ISP के सर्वर तक भेजा जाता है। इसके बाद, आपके ISP आपके अनुरोध को संचालित करता है और इंटरनेट के बाहर जाकर अन्य सर्वरों या वेबसाइटों से जोड़ता है। उन सर्वरों या वेबसाइटों से डेटा का जवाब आपके ISP के सर्वर तक भेजा जाता है और फिर आपके डिवाइस तक लौटता है। इस प्रक्रिया में, आपके ISP आपके इंटरनेट संचार का लगभग सभी हिस्सों का प्रबंधन करता है।
इंटरनेट क्या है?
इंटरनेट एक वैश्विक नेटवर्क है जिसमें जुड़े हुए कंप्यूटर सिस्टम दुनिया भर में डेटा और जानकारी को ट्रांसमिट करने के लिए मानक संचार प्रोटोकॉल का उपयोग करते हैं।
इंटरनेट की खोज किसने की थी?
इंटरनेट की खोज एक ही व्यक्ति द्वारा नहीं की गई थी, बल्कि इसे कई वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के सहयोग से बनाया गया था। वर्ल्ड वाइड वेब को टिम बर्नर्स-ली ने 1989 में बनाया था।
इंटरनेट कैसे काम करता है?
इंटरनेट एक जाल में जुड़े कंप्यूटर नेटवर्कों के एक प्रणाली द्वारा काम करता है। जानकारी इन नेटवर्कों के बीच मानकीकृत प्रोटोकॉल, जैसे TCP / IP का उपयोग करके ट्रांसमिट की जाती है। जब आप एक वेबसाइट तक पहुंचते हैं, तो आपका कंप्यूटर एक सर्वर को एक अनुरोध भेजता है, जो फिर जानकारी आपके कंप्यूटर तक वापस भेजता है।
उम्मीद है कि आपको इंटरनेट से संबंधित ये जानकारी अच्छी लगी होगी । अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप कमेंट करके बता सकते हैं।