हाय फ्रेंड्स, आज मैं आपको एंड्रॉइड के एक ऐसे मालवेयर के बारे में बता रहा हूं। जिस पूरी दुनिया में करीब 10 लाख Android फोन संक्रमित हैं। Ies Android वायरस का नाम है “गूलिगन मालवेयर” । साथ ही Gooligan Malware को अभी तक Android का सबसे खतरनाक Malware माना जा रहा है। अगर आप अपने Android फोन को गुलिगन मालवेयर से बचाना चाहते हैं। तो आप तो आप इसे पूरा पढ़े। और अपने फोन को यानी खतरनाक वायरस से बचाएं।
गुलिगन मालवेयर से अपने Android फोन को बचाने से पहले। आपको ये जानना जरूरी है कि असल में गुलिगन मालवेयर है क्या। साथ ही गुलिगन मालवेयर कम कैसे करता है। तो चलते हैं देखते हैं गुलिगन मालवेयर है क्या।
Gooligan Malware क्या है?
गूलिगन मैलवेयर एक सॉफ्टवेयर है जो एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। इस मैलवेयर के द्वारा, कुछ खतरनाक एप्स यूजर के एंड्राइड फोन के साथ जुड़ जाते हैं और उनके फोन के डेटा तक पहुंचते हैं। इस मैलवेयर के जरिए, क्रैक या अनधिकृत ऐप्स इंस्टॉल किये जाते हैं, जो फिर अपने आप ही इंटरनेट से डाउनलोड होते हैं और उसे अपनी कंट्रोल में लेते हैं। इस मैलवेयर के जरिए, हैकर यूजर के गूगल अकाउंट से जुड़े सभी सेवाओं तक पहुंच पाते हैं जैसे Google Drive, Gmail, Google Play और अन्य सेवाएं।
गूलिगन मैलवेयर ने 2016 में खूब धमाल मचाया था जब लाखों एंड्राइड यूजर्स के फोन्स से जुड़ गया था। यह मैलवेयर पुराने और अनधिकृत एंड्राइड वर्शंस के साथ संबंधित था। यह मैलवेयर उन ऐप्स के जरिए प्रसारित होता था जो गूगल प्ले स्टोर से नहीं मिलते थे।
कैसे पता करें की गूगल अकाउंट गुलिगन मालवेयर से इन्फेक्टेड है या नहीं?
गूगल अकाउंट गुलिगन मालवेयर से इन्फेक्टेड होने की संभावना जब आप अज्ञात स्रोतों से ऐप्स डाउनलोड करते हैं या फिशिंग इमेल से लिंक पर क्लिक करते हैं तो बढ़ जाती है। इसलिए यदि आप इस संभावना का सामना कर रहे हैं, तो निम्न उपायों से जाँच कर सकते हैं कि आपका गूगल अकाउंट इस मालवेयर से प्रभावित हो गया है या नहीं:
- सबसे पहले, अपने गूगल अकाउंट के साथ जुड़े सभी डिवाइस की समीक्षा करें। इसके लिए अपने गूगल अकाउंट पर जाएं और “डिवाइस” ऑप्शन पर क्लिक करें। यहां आप अपने सभी डिवाइस देखेंगे जो आपके गूगल अकाउंट से जुड़े हुए हैं। यदि कोई अज्ञात डिवाइस आपके खाते से जुड़ा हुआ है तो उसे तुरंत हटा दें।
- अपने गूगल अकाउंट से जुड़े ऐप्स की समीक्षा करें। इसके लिए, अपने गूगल प्ले स्टोर में जाएं और “मेरे ऐप्स और गेम्स” ऑप्शन पर क्लिक करें। यहां आप अपने सभी इंस्टॉल किए गए ऐप्स देखेंगे
- गूगल अकाउंट पर लॉग इन इतिहास की जांच करें। आप अपने गूगल अकाउंट के लॉग इन इतिहास को देख सकते हैं जो अन्य डिवाइसों पर आपके अकाउंट में लॉग इन करते समय बनता है। यदि आप अनजान डिवाइस या अज्ञात लोकेशन पर लॉग इन देखते हैं, तो आपके खाते की सुरक्षा का खतरा हो सकता है। आप ऐसे डिवाइसों के लॉग इन को तुरंत हटा दें।
- अपने फोन की सुरक्षा अपडेट करें। सुरक्षा अपडेट्स गूगल द्वारा जारी की जाती हैं और अक्सर सुरक्षा के सम्बंध में बग और विफलताओं को दूर करते हैं। इसलिए अपने एंड्रॉयड डिवाइस को सबसे नवीन सुरक्षा अपडेट से अपडेट करें।
गूगल अकाउंट के सुरक्षा अपनाएं और इस मालवेयर से बचने के लिए अपने फोन की सुरक्षा को सुनिश्चित करें। अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर स्कैनर ऐप भी इंस्टॉल करें जो मालवेयर और अन्य संदिग्ध ऐप्स को खोजने में मदद करते हैं।
गुलिगन मालवेयर से कैसे बचे:
दोस्तों अगर आपको जीमेल आईडी चेक करने से पता चलता है। आपका Android फोन गुलिगन मालवेयर से संक्रमित है। तो आप नीचे दिए गए ट्रिक्स को इस्तेमाल करें। क्योकी ये ट्रिक ही ऐसा ऑप्शन है। जिसकी मदद से आप यानी मैलवेयर से बच सकते हैं।
- आपको जैसे पता चले कि आपका फोन गुलिगन मालवेयर से संक्रमित है। तो आप तत्काल अपने फोन पूरी तरह से “रीसेट” कर दे। और इसके साथ-साथ आप अपने जीमेल का पासवर्ड बदलें ।
- आप अपने Android फ़ोन में हमेशा Google Play Store से ही ऐप इंस्टॉल करें।
- अगर आपके फोन को ऐप अपडेट या डिवाइस अपडेट आता है। तो आप हमें ऐप या अपने Android डिवाइस को तुरंत अपडेट करें।
- Android फोन किसी भी तरह के एंटीवायरस ऐप का इस्तेमाल ना करें। क्योकी एंटीवायरस ऐप सेही एंड्रॉइड फोन सबसे जायदा मालवेयर आते हैं। Android फोन में एंटी-वायरस की जरूरत है या नहीं?
- फोन में ब्राउजिंग करने के लिए गूगल क्रोम का इस्तेमाल करें। यूसी ब्राउजर जैसे ऐप का इस्तेमाल ना करें।
- सबसे पहले, आपको सुनिश्चित करना होगा कि आप एंड्रॉइड डिवाइस पर सुरक्षित एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें।
- सिर्फ आधिकारिक ऐप स्टोर से ऐप इंस्टॉल करें और अनधिकृत स्रोतों से नहीं।
- अगर आपको अपने फोन पर किसी भी नए ऐप के लिए परमिशन मांगा जाता है, तो सबसे पहले उसे अच्छी तरह से जांच लें।
- फोन को अप-टू-डेट करें: फोन को सबसे नवीन अंतरण तक अपडेट करना एक महत्वपूर्ण उपाय है जो गूलिगन मैलवेयर जैसे संक्रमण से बचाता है। फोन के सॉफ्टवेयर को अपडेट करने से न केवल सुरक्षित बल्कि उसमें कुछ नए फीचर भी जोड़े जाते हैं।
- अधिकतम सुरक्षा उपकरण का उपयोग करें: एक अच्छा एंटीवायरस या सुरक्षा ऐप इंस्टॉल करना एक अन्य तरीका है जो आपके फोन को सुरक्षित रखता है।
- अज्ञात स्रोतों से एप्स इंस्टॉल न करें: एंड्रॉइड फोन में अज्ञात स्रोतों से एप्स इंस्टॉल करना एक बड़ी गलती होती है। यह आपके फोन को वायरस या गूलिगन मैलवेयर जैसे संक्रमण से खतरनाक बना सकता है। तो हमेशा गूगल प्ले स्टोर से ही अपने फोन में एप्स इंस्टॉल करें।
- फोन के डाटा और फाइलों को नियमित रूप से साफ़ करें: अपने फोन के अनुकूल डाटा और फाइलों को नियमित रूप से साफ करना भी फोन को सुरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण उपाय है।
निष्कर्ष
दोस्तो अगर आप अपने फोन में नेट बैंकिंग यूज करते हैं। हां आपने फोन में कोई क्रेडेंशियल डेटा सेव किया है। तो आप गुलिगन मालवेयर से बच रहे हैं। अगर आपका फोन है तो वायरस संक्रमित हो गया है। तो आपके फोन आपके बैंक खाते जैसे क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, बीमा विवरण हैक हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप कुछ टिप एंड ट्रिक यूज करते हैं तो आप गुलिगन मालवेयर से बैक कर सकते हैं। क्योकी इस मालवेयर के लिए अभी तक कोई भी एंटीवायरस नहीं बना है। गूगल इसको रिमूव करने की कोशिश कर रहा है। और अगर आपके फोन में कोई भी डिवाइस अपडेट आया है। तो आप उससे तुरत अपडेट करें।
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