फंड्स (Funds) में निवेश (Invest) करके अमीर बनने के लिए इन अद्भुत सुझावों का पालन करें-
क्या आप अपना पैसा निवेश करने का सोच रहे है? क्या आपका प्लान है अपने पैसे को फंड्स में लगा कर अमीर बनना चाहते है? यदि आपका प्लान कुछ इस तरह का है, तो आज हम आपको म्यूच्यूअल फंड्स (Mutual Funds) से जुडी कुछ ऐसी अद्भुत बातें बनाएंगे, जिनका अगर आप पालन करेंगे तो म्यूच्यूअल फंड्स में आपका निवेश किया हुआ पैसा कभी भी डूबेगा नहीं और आप बहुत अमीर बन सकते है। म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश किया हुआ आपका धन आपके लिए प्रोस्पेरिटी ( prosperity meaning in hindi is समृद्धि) समृद्धि ला सकता है तथा आपको बहुत अमीर बना सकता है।
यदि आप म्यूच्यूअल फंड्स से अनजान है तो आइये सबसे पहले जानते है की
म्यूच्यूअल फंड्स होता क्या है ! (What is Mutual Funds in Hindi)
म्यूच्यूअल फंड्स एक वह फण्ड है, जिसके तहत बहुत सारे निवेशकों के पैसे को एक जगह एकत्रित कर इस तरह systematic तरीके से मैनेज किया जाता है की उसे कंपनियां अलग अलग जगह निवेश कर सके और ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सके| यह मुनाफा फिर निवेशकों को वापस दे दिया जाता है और निवेशक अपना लगाए पैसे से अमीर हो जाते है।
म्यूच्यूअल फंड्स के अंदर अलग अलग तरह से निवेश करने का option होता है, जिसके अंदर उसकी risk value और return पहले से ही फिक्स्ड होता है। सारे फंड्स को मैनेज करने का काम एक विशेषज्ञ द्वारा किया जाता है, जिसे professional fund manager कहा जाता है।
अब हम पढ़ेंगे कुछ ऐसे टिप्स जिनके बारे में जानना आपके लिए अनिवार्य है, यदि आप फंड्स में अपना पैसा निवेश करने का सोच रहे है। ये कुछ ऐसे अद्भुत सुझाव है, जिनका पालन करने पर आप फंड्स में निवेश कर आप अमीर बन सकते है।
Mutual Funds में निवेश करने के कुछ बेहतरीन टिप्स –
- जाने अपने रिस्क टॉलरेंस के बारे में
जब भी आप म्यूच्यूअल फंड्स में पैसा लगाने का सोचे, तो आपको सबसे पहले अपने रिस्क टॉलरेंस के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है| रिस्क टॉलरेंस का मतलब हुआ की मार्किट में उतार चढ़ाव होने के समय आप अधिकतम कितना loss bear कर सकते है। म्यूच्यूअल फंड्स को रिस्क के बेसिस पर 3 श्रेणियों में बांटा गया है –
१) हाई रिस्क फंड्स
२) मॉडरेट रिस्क फंड्स
३) लो रिस्क फंड्स
रिस्क एक ऐसी चीज को जिसे बेहतर मैनेजमेंट की आवश्यकता है, आप इससे बच नहीं सकते। आप बेहतर प्लानिंग के साथ अपने रिस्क को न्यूनतम वैल्यू पर लेकर आ सकते है|
- मार्केट की मंदी के समय ना रोके अपनी SIP :
SIP का मतलब होता है systematic investment plan. बहुत सारे लोग ऐसे होते है जो म्यूच्यूअल फंड्स में अपनी SIP शुरू करते है, परन्तु जब मार्केट में गिरावट आती है, तब वे अपनी SIP को बंद कर देते है। इस वजह से SIP का असली motive पूरा नहीं हो पाता। - SIP के अपने बहुत सारे फायदे है, जैसे की यह आपकी मदद करता है नीचे के लेवल पर खरीदारी करने में, जिसकी वजह से आपकी परचेस कॉस्ट में averaging आ जाती है। इससे आपको अन्य से फायदा मिलता है की मार्केट की गिरावट के समय आप कम प्राइस में ज्यादा यूनिट्स खरीद सकते है, जिससे आपको मार्केट के ऊपर जाते ही बहुत फायदा मिलता है| इसलिए हमारा यह सुझाव है की आप अपनी SIP को पूरी मार्केट साइकिल तक चलने दें।
- Monthly Investment को अलग अलग टुकड़ों में बांटे :
आपके लिए यह जानना आवश्यक है की एक ही दिन SIP की सारी रकम को डालना सही नहीं होता। इससे आप अपने पास अपना अमाउंट रख पाएंगे और अलग अलग दिन इन्वेस्ट करने से आपका मार्किट रिस्क भी बहुत कम हो जाता है। - अपने फण्ड और रिबैलन्स पर लगातार नजर रखें :
यह एक ऐसा पॉइंट है जिसे बहुत सारे निवेशक व्यस्त होने के कारण नजरअंदाज कर देते है, जिसका खामियाजा उन्हें बाद में उठाना पड़ता है। आपको अपना एक schedule ऐसा बनाना पड़ेगा जिसमे आप एक नियमित अंतराल के बाद अपने फंड्स पर एक नजर डाल पाए और analyze कर पाए अपनी पिछली इन्वेस्टमेंट के output को अपनी वर्तमान इन्वेस्टमेंट से। हालांकि स्टॉक मार्किट की तरह आपको हर रोज इसे चेक करने की आवश्यकता नहीं है, हर 15 दिन में चेक करने पर भी आप किसी भी प्रकार के unexpected risk से बच पाएंगे। - अपने सालाना कमिटमेंट में मौका मिलते ही इजाफा करें :
SIP के अंदर आपको ऑप्शन मिलता है की आप हर माह एक फिक्स्ड अमाउंट इन्वेस्ट कर सकते है, परन्तु आपको एक ही अमाउंट पर नहीं रुकना चाहिए। जब भी आपको लग रहा है की आपकी आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है, तो आप अपना इन्वेस्टमेंट भी उसी हिसाब से बढ़ा सकते है। साथ ही साथ आप इस बात का भी ख्याल रखें की आप अपनी extra investment को किसी नयी SIP में ना लगाकर अपनी वर्तमान SIP में ही इन्वेस्ट करें। - सही म्यूच्यूअल फंड्स चुनने की कला को सीखें :
जब भी आप ये फैसला करते है की आप अपना पैसा म्यूच्यूअल फंड्स में लगाएंगे, तब आपके सामने हज़ारों म्यूच्यूअल फंड्स मौजूद होंगे। यहां पर आपको बहुत ही सोच समझ कर फैसला लेना है, क्यूंकि आपके एक decision पर आपकी सारी मेहनत की कमाई निर्भर करती है। जब भी आप अपने लिए म्यूच्यूअल फण्ड का चयन करें , तब आप उस समय कुछ बातों को विशेषतौर पर ध्यान रखें –
Mutual Funds का सही चुनाव कैसे करे:
१) म्यूच्यूअल फण्ड मार्किट में कितने वर्षों से है – यह एक बहुत ही जरूरी parameter है यह जानने के लिए की जिस फंड्स में आप निवेश करना चाहते है, उसकी मार्किट में रेपुटेशन (Reputation) किस तरह की है। मार्किट में वो कितने पॉपुलर है, इस फैक्टर से आपको अंदाजा लग जाएगा की यह आपके निवेश के लिए सही है या नहीं।
२) एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Asset Management Company) – यह वह कम्पनी होती है जो आपके फंड्स को मैनेज करती है| अक्सर म्यूच्यूअल फंड्स के नाम AMC के इर्द गिर्द ही रखे जाते है। किसी भी फंड्स में निवेश करने से पहले आप उस AMC की परफॉरमेंस जरूर चेक करें।
३) फण्ड मैनेजर की क्वालिटी – एक फण्ड मैनेजर की मुख्य भूमिका म्यूच्यूअल फंड्स के पैसे को सही तरीके से मैनेज करते हुए सही जगह इन्वेस्ट करने की होती है, जिससे निवेशकों को ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो। किसी भी फण्ड मैनेजर का एक्सपीरियंस बहुत matter करता है तथा उसकी पूर्व परफॉरमेंस को एनालाइज करने के बाद ही निवेशक को उस कंपनी में निवेश करने का कॉन्फिडेंस आता है|
जब भी आप म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करने का प्लान करते है तो ऊपर दिए गए सुझाव का विशेषकर ध्यान रखें| इन टिप्स को फॉलो कर आप ना केवल बेहतर ढंग से अपना पैसा निवेश कर पाएंगे, साथ ही साथ आप अधिक से अधिक मुनाफा भी कमा पाएंगे|